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नान स्टाप राइटिंग चेलैंज 2022 एडीशन 1 भाभी व ननद का प्यार( भाग 11)

      तान्या आज एक सप्ताह बाद अपनी ससुराल वापिस जाने को तैयार होरही थी। उसको लेने शुभम आया था। 


      तान्या की भाभी उसके साथ लेजाने के लिए सामान दिये ही जारही थी । तान्या अपनी भाभी का हाथ पकड़कर बोली," बस करो भाभी मै कितना लेकर जाऊँगी। आप मेरी बात को समझो। शुभम को सफर में ज्यादा सामान से परेशानी होती है।"

        "दीदी आप इस तरह की बातें मत किया करो। बेटी को जो भी मिलजाय लेजाना चाहिए कभी मना नही करनी चाहिए। बैसे भी यदि आप इनकी भाई होती तब लड़कर भी आधा लेलेती। और बहिन बेटी को देने से हमारे कोई कमी नही आजायेगी। "पलक ने अपनी ननद को समझाते हुए कहा।

     जब पलक की शादी होकर आई थी तब तान्या चौदह साल की थी और नवमी में पढ़ती थी। पलक ने तान्या को अपनी सहेली ही समझ लिया था क्यौकि तब पलक भी केवल अठारह साल की थी।

       पलक की शादी  उसके पापा ने एक मजबूरी बस इतनी छोटी उम्र भी कर दी थी क्यौकि पलक के पापा को दिल के दो अटैक आ चुके थे उनको डर था कि कही तीसरे अटैक पर कुछ  उल्टा न होजाय और इसके बाद पलक की शादी में कोई विघ्न न आजाय बेटे की शादी वह पहले ही कर चुके थे।

    वह बेटी की शादी करके  अपनी जिम्मेदारियाँ पूरी करना चाहते थे।इसीलिए उन्हौने पलक की शादी छोटी उम्र मे ही करदी थी।

      पलक ने ससुराल की सभी जिम्मेदारी बखूबी निभाई थी। वह छोटी उम्र में ही मा बनगयी थी।  पलक की सास अपनी बेटी तान्या को पलक के प्रति भड़काती थी परन्तु तान्या समझती थी कि उसकी भाभी उसे ननद नही अपनी छोटी बहिन मानती है।  तान्या की पढा़ई से लेकर शादी तक सभी जिम्मेदारी पूरी की थी।

    पलक ने तान्या की शादी पर परिवार में काम आने वाली हर बस्तु दी थी । किसी भी चीज की कमी नही आने दी थी।

    तान्या यह भी जानती थी कि उसकी शादी के बाद उसके भाई अमन का हाथ तंग होगया था।  इतना हौने पर भी पलक तान्या के लिए सब कुछ देना चाहती थी।

    तान्या की मम्मी इतने पर भी पलक के साथ अच्छा ब्यबहार नही करती थी। तान्या अपनी मम्मी को बहुत समझाती थी और कहती थी कि मम्मी मेरी जैसी  भाभी किसी की नही है परन्तु आप हमेशा उनके साथ अच्छा ब्यबहार नहीं करते हो।

      मै भी किसी की  भाभी हूँ और मेरे भी एक ननद है जितना भाभी मेरे लिए करती है मै अपनी ननद के लिए कभी नही कर सकूँगी।

     जब तान्या जाने लगी  उसी समय तिन्या की मम्मी उनको अपने कमरे मेझ लेकर गयी और चुपचाप पाच हजार  रुपये देकर बोली ," तू अपने लिए साडी़ और शुभम के लिए कपडे़ ले लेना। "

    तान्या को आश्चर्य हुआ कि मम्मी के पास इतने पैसे कहाँ से आये।  वह माँ से पूछना चाहती थी परन्तु वह जानती थी कि माँ नाराज होजायेगी। परन्तु उसे याद आया कि वह एक दिन अपनी भाभी से बात कर रही थी  उसे  सुनाई दिया कि भैया किसी बात पर नाराज होरहे है।

     तान्या ने जब भैया के नाराज होने का कारण पूछा तब उन्हौने बताया था कि तुम्हारे भैया ने  मुझे कल पाँच हजार रुपये दिये थे मै उनको कहीं रखकर  भूल गयी हूँ वह मिल नही रहे है   बेटे की फीस भरने जाना था। इसीलिए नाराज होरहे है। 

     तान्या समझ गयी कि यह रुपये वही है। तान्या  अपनी चप्पल ढूढ़ने के बहाने से अन्दर गयी और   सोफा के नीचे रुपये व चप्पल दोनौ फैक दिये और भाभी को आवाज दी कि भाभी मेरी चप्पल सोफा के नीचे चलीगयी है निकलबादो।

      पलक ने जैसे ही सोफा हटाया उसके नीचे वह रुपये निकल आये। पलक हसती हुई बोली   " उस दिन खोये हुए  रुपये आज मिले है। "

   तान्या ने  अनजान बनते हुए कहा," कौनसे  रुपये मिल गये मेरी चप्पल का क्या हुआ ? "

     "वही पा़ँच हजार रुपये जिसके लिए उस दिन तुम्हारे भैया नाराज होरहे थे " पलक मुस्कराते हुए बोली। पलक सब समझ गयी थी क्यौकि उसने अपनी सास को  पैसे देते समय हुई बातै बाहर खडे़ हुए सुनली थी।

          पलक ने तान्या को गले लगालिया और उसकी आँखौ में आँसू आगये। वह तान्या को बचपन से जानती थी। तान्या ने आजतक पलक से कोई बात नही छिपाई थी।

  ऐसा था भाभी ननद का प्यार।

                   इति

नान स्टाप राइटिग चेलैन्ज 2022 एडीसन १

नरेश शर्मा " पचौरी "
16/06/2022



 

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3 Comments

Kusam Sharma

17-Jun-2022 09:04 AM

Very nice

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Raziya bano

16-Jun-2022 07:33 PM

Bahut achha

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Gunjan Kamal

16-Jun-2022 05:41 PM

शानदार भाग👏👌

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